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Maharashtra: तीन महीने से बंद पुल पर इकट्ठा हुई भीड़, ढहने से मचा हड़कंप, जानें पूरा मामला

Maharashtra: तीन महीने से बंद पुल पर इकट्ठा हुई भीड़, ढहने से मचा हड़कंप, जानें पूरा मामला

पुणे के तलेगांव में इंद्रायणी नदी पर बना पुराना पुल भारी बारिश और तेज बहाव के कारण टूट गया। हादसे में 2 लोगों की मौत हुई, जबकि 25 से ज्यादा लोग पानी में बह गए। रेस्क्यू जारी है।

Maharashtra: पुणे जिले की मावल तहसील के तलेगांव दाभाडे के पास कुंडमाला क्षेत्र में रविवार को एक बड़ा हादसा हुआ, जब इंद्रायणी नदी पर बना एक पुराना लोहे का पुल अचानक ढह गया। बताया जा रहा है कि यह पुल बीते तीन महीने से वाहनों के आवागमन के लिए बंद था, लेकिन बावजूद इसके स्थानीय लोग और पर्यटक भारी बारिश के बीच नदी का तेज बहाव देखने वहां पहुंचे थे। हादसे में दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई अन्य लोगों के लापता होने की आशंका है।

तेज बारिश और भीड़ से ढहा पुल

रविवार को क्षेत्र में तेज बारिश के कारण इंद्रायणी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया था। यह पुल पहले से ही जर्जर स्थिति में था और भारी भार झेलने की स्थिति में नहीं था। चूंकि रविवार का दिन था, काफी संख्या में लोग नदी का नजारा देखने के लिए पुल पर जमा हो गए। कुछ लोग अपने दोपहिया वाहन भी पुल पर ले गए थे, जिससे पुल पर भार और बढ़ गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, लगभग 100-120 लोग मौके पर मौजूद थे, जब यह हादसा हुआ। अचानक तेज बहाव और अधिक भार के कारण पुल टूटकर नदी में समा गया।

हादसे में कई लोग बहने की आशंका

हादसे के तुरंत बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। कई लोग खुद को बचाने के लिए नदी किनारे की ओर भागे, लेकिन कई लोग बहाव की चपेट में आ गए। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि करीब 25 से 30 लोगों के नदी में बहने की आशंका है। अभी तक 5-6 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है और 10-15 लोगों के फंसे होने की सूचना है। बचाव कार्य लगातार जारी है।

रेस्क्यू ऑपरेशन तेज, NDRF की टीम तैनात

हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, दमकल विभाग और जिला प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गईं। इसके साथ ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीमें भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गई हैं। घटनास्थल पर गोताखोरों की मदद से नदी में फंसे लोगों की तलाश की जा रही है। वहीं, करीब 15 एंबुलेंस भी मौके पर तैनात की गई हैं, ताकि घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जा सके।

मुख्यमंत्री और विधायक के अलग-अलग बयान

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और कई लोग अभी भी लापता हैं। वहीं, क्षेत्रीय विधायक सुनिल शेल्के ने दावा किया है कि हादसे में पांच लोगों की मौत हुई है। फिलहाल, प्रशासन ने आधिकारिक रूप से दो मौतों की पुष्टि की है। मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं अभी मृतकों की संख्या की पुष्टि नहीं कर सकता, लेकिन प्रशासन हर संभव मदद कर रहा है।”

ऑरेंज अलर्ट के बावजूद लापरवाही

पुणे जिले में मौसम विभाग की ओर से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया था। इसके तहत भुशी डैम और लोनावाला जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों को 31 अगस्त तक बंद करने का आदेश दिया गया था। इससे लोग पास के अन्य स्थानों की ओर घूमने के लिए निकल पड़े। कुंडमाला क्षेत्र में बना यह पुल भी इन्हीं कारणों से लोगों की भीड़ का केंद्र बन गया।

सवालों के घेरे में प्रशासन

इस हादसे ने स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली और लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि पुल तीन महीने से बंद था, तो लोगों की आवाजाही कैसे संभव हुई? क्या वहां चेतावनी बोर्ड, बेरिकेडिंग या निगरानी की कोई व्यवस्था थी? इन सवालों के जवाब फिलहाल प्रशासन को देने होंगे।

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